हांगकांग मे दो प्रकार के एच.आई.वी परीक्षण उपलब्ध हैं :
यदि आप तीब्र एच.आई.वी परीक्षण के बारे मे अधिक जाना चाहते हैं तो कृपया आपने चिक्तिसा या नर्स से बातचीत किजिए ।
विंडो पीरियड (Window Period) :
विंडो पीरियड एच.आई.वी विषाणु से संक्रमण और एच.आई.वी प्रतिरक्षा (Antibody) विकास के बीचका समय हैं, सामान्यतः विंडो पीरियड ३ महिने का होता हैं । एच.आई.वी प्रतिरक्षा (Antibody) परीक्षण, विंडो पीरियड के दौरान एच.आई.वी प्रतिरक्षा (Antibody) का पता नही लगा सकता हैं । दूसरे शब्दों में, एच.आई.वी संक्रमण होने कि बाद भी परीक्षण नकारात्मक परिणाम दिखाता हैं, इसी लिए विंडो पीरियड के लिए एक वैकल्पिक परीक्षण, जो एच.आई.वी संक्रमण का जल्दी पता लगाने के लिए विकसित किया गया हैं । कृपया अधिक जानकारी के लिए अपने चिकित्सक से संपर्क किजिए ।
एच.आई.वी और एड्स रोग के इलाज किया जा सकता हैं लेकिन रोगमुक्त किया नही जा सकता हैं । एच.आई.वी संक्रमण के स्तरीय उपचार को एंटीरेट्रोवाइरल थैरेपी (ART) कहते हैं, जो विशाणु प्रवाह को कम करके एच.आई.वी रोग को विकसित होने से रोकता हैं ।
एच.आई.वी उपचार के लिए ३ या अधिक एंटीरेट्रोवाइरल औषधि का संयोजन लेना ज़रुरी हैं, केवल एक एंटीरेट्रोवाइरल औषधि लेने पर एच.आई.वी वायरस जल्दी ही इस औषधि के विरुद्ध प्रतिरोधक क्षमता बिकसित करते हैं । एंटीरेट्रोवाइरल औषधि का संयोजन इलाज के प्रतिरोध के जोखिम को काफी कम करदेता हैं और लँबे समय तक एच.आई.वी वायरस को प्रतिबंध कर देता हैं । अवसरवादी संक्रमण के खिलाफ रक्षा करना और दुष्प्रभाव को रोकने के लिए अतिरिक्त दवाओं का आवश्यक हो सकता हैं ।
एआरटी एच.आई.वी वाइरस (विशाणु) की मात्रा कम करके एच.आई.वी संचरण का जोखिम कम करता हैं हालांकि इससे वाइरस समाप्त नही होता हैं। एआरटी दवा लेरहैं एक एच.आई.वी संक्रमित अभी भी किसी अन्य व्यक्ति को एच.आई.वी वाइरस संचरण कर सकता हैं । आप आपने चिकित्सा को अपने रोग के विवरण साथ ही साथ दवाओ के पर्चे, आपने लेरहे मनोरंजनात्मक और अतिरिक्त दवा को खुलासा करे ।
एच.आई.वी का इलाज कब शुरु करना चाहिए ?
एआरटी उपचार शुरु कर्ने कि संबंध मे नई वैज्ञानिक प्रमाण का समीक्षा नियमित रुप मे बनाई जाती हैं । जब सिडि ४ कोशिकाओ कि संख्या ५०० कोशिकाओं प्रति घन मिलिमिटर से कम होता हैं, तब एआरटी कि प्रयोग कि सिफारिश कि जाती हैं । विषेश रुप मे एआरटी उपचार की शुरुवात की सिफारिष निम्नांकित स्थितियों की उपस्थिति मे अत्याधिक रुप से की गई हैं :
एआरटी उपचार की शुरुवात मे क्षणिक दुष्प्रभाव पैदा हो सकता हैं जेसै- रक्ताल्पता, उबकाई, दस्त, एलर्जी, सरदर्द, थकान, बुखार, दर्द और तंत्रिका की समस्या, चक्कार आना आदि । जब रोगियों नियमित दवा लेते हैं सामान्यतः अधिकांश दुष्प्रभाव मे सुधार आजाता हैं । औषधि के दुष्प्रभाव को परेशानी के कारण आप दवाईयां लेना बंद नही करें और स्वयं दवा का मात्रा तय भी नही करें क्योंकि उपचार-प्रतिरोध को रोकने की लिए एच.आई.वी दवाओं के अनुपालन अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं । आप इस दुष्प्रभाव का प्रारम्भिक अवस्था के उपचार और एंटीरेट्रोवाइरल दवा को अन्य एंटीरेट्रोवाइरल दवा से बदलाव करने के लिए, इन सब बातों मे आपके डाक्टर के साथ बातचीत करके मदद ले सकते हैं । संतुलित आहार और स्वस्थ जीवन शैली भी दुष्प्रभाव को सुधार लाने और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने मे सहायता करता हैं ।